वैसे तो भीमटे करुणा, दया, दान, मानवता की बात करते है। किंतु आज बुद्ध पूर्णिमा पर नीले गमछे से पहचाने जाने वालों से ज्यादा हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले ही शरबत, छाछ, खीर बांट रहे है। शादियों का अबूझ मनुवादी मुहूर्त है।
Anjul Bamhrolia
क्षत्रिय मूलनिवासी महासंघ
Rajat Mourya 🇮🇳
H N Rekwal
इस तरह की शर्मनाक घटनाओं का जिमेदार प्रदेश का मुखिया होता है, इस तरह के कुकृत्य की कोई जगह नहीं होनी चाहिए
#भजनलाल_शर्मा_इस्तीफा_दो