#TrueStoryOfJagannath
जगन्नाथ मंदिर रहस्य
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है।
Sant Rampal Ji Maharaj
#आदिपुरुष_कबीर
परमेश्वर कबीर (शक्तिशाली) है, किन्तु वह लोगों से घृणा नहीं करता है। परमेश्वर कबीर (सामर्थी) है और विवेकपूर्ण है।
#GodMorningWednesday
आध्यात्मिक ज्ञान के अभाव में परमात्मा के विधान से अपरिचित होने के कारण यह प्राणी इस दुःखों के घर संसार में महान कष्ट झेल रहा है और इसी को सुख स्थान मान रहा है।
#सत_भक्ति_संदेश
जानकारी के लिए पुस्तक पढ़े ज्ञान गंगा
#TrueStoryOfJagannath *जगन्नाथ मंदिर रहस्य
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है।
#GodMorningMonday
#राधास्वामी_पंथ_की_सच्चाई
राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक श्री शिव दयाल जी मृत्यु उपरांत अपनी शिष्या बुक्की में प्रवेश करके आदेश देते तथा हुक्का पीते थे। ऐसी स्थिति पितरों तथा प्रेतों की होती है, किसी भी मोक्ष प्राप्त संत के इतिहास में नहीं मिलती।
#सत्_भक्ति_संदेश #GodMorningThursday
पंडित की परिभाषा अध्याय 5 श्लोक 18 मे
संत रामपाल जी महाराज जी से निःशुल्क नाम दीक्षा लेने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें ⬇️
online.jagatgururampalji.org/naam-diksha-in
#GodMorningFriday
ब्रह्म लोक तक के सभी लोकों का पुनर्जन्म होता है, अर्थात जो लोग ब्रह्म लोक में गए हैं उनका भी पुनर्जन्म होता है। हे अर्जुन, जो मुझे प्राप्त होने के बाद भी यह नहीं जानते, उनका पुनर्जन्म होता है।'
#सत_भक्ति_संदेश
प्रमाण देखें साधना tv पर 7:30pm से
राधास्वामी पंथ के प्रवर्तक श्री शिवदयाल जी मृत्यु उपरांत अपनी शिष्या बुक्की में प्रवेश करके आदेश देते तथा हुक्का पीते थे। ऐसी स्थिति पितरों तथा प्रेतों की होती है, किसी भी मोक्ष प्राप्त संत के इतिहास में नहीं मिलती। जिस पंथ के मुखिया ही व
#राधास्वामी_पंथ_की_सच्चाई
Kabir Is God
#TrueStoryOfJagannath
Sant Rampal Ji Maharaj
पवित्र यादगारें आदरणीय हैं, परन्तु आत्म कल्याण तो केवल पवित्र गीता जी व पवित्र वेदों में वर्णित तथा परमेश्वर कबीर जी द्वारा दिए तत्वज्ञान के अनुसार भक्ति साधना करने मात्र से ही सम्भव है, अन्यथा शास्त्र विरुद्ध होने से मानव जीवन व्यर्थ
#TrueStoryOfJagannath
🍃 जगन्नाथ के पांडे की कबीर जी द्वारा रक्षा।
जगन्नाथ पुरी मे एक रामसहाय पाँडा खिचड़ी प्रसाद उतार रहा था। गर्म खिचड़ी पैर पर गिर गई। उस समय कबीर जी ने अपने करमण्डल से हिम जल रामसहाय पांडा के पैर पर डाला। जिससे पाण्डे की रक्षा हुई।🍃
Sant Rampal Ji Maharaj
#आदिपुरुष_कबीर
ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।