Rohit Tripathi(@RohitTr76193036) 's Twitter Profile Photo


हिन्दू समाज का मानना है कि तीनों देवताओं कभी मरते नहीं हैं। इनका जन्म भी नहीं हुआ है, ये स्वयंभू हैं।
जबकि श्रीमद् देवीभागवत पुराण , तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123 पर ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शंकर जी स्वयं स्वीकार करते हैं कि उनका तो जन्म होता है और

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
हिन्दू समाज का मानना है कि तीनों देवताओं कभी मरते नहीं हैं। इनका जन्म भी नहीं हुआ है, ये स्वयंभू हैं। 
जबकि श्रीमद् देवीभागवत पुराण , तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123 पर ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शंकर जी स्वयं स्वीकार करते हैं कि उनका तो जन्म होता है और
account_circle
Kusum devi Hansi(@HansiKusum35846) 's Twitter Profile Photo


(O Arjun!) I, you and these kings were born before and will be born again. (Gita Chapter 2 Verse 12)

It is clear from this evidence that the giver of Gita knowledge (Shri Krishna ji alias Shri Vishnu ji) is mortal..

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू 
 (O Arjun!) I, you and these kings were born before and will be born again. (Gita Chapter 2 Verse 12)

 It is clear from this evidence that the giver of Gita knowledge (Shri Krishna ji alias Shri Vishnu ji) is mortal..
account_circle
Omprakash Dhruw(@ODhruw56009) 's Twitter Profile Photo


अनेकों मनमाने और शास्त्रविरुद्ध आचरण बताकर धर्मगुरु स्वयं जो सच्चा सन्त सिद्ध करते हैं जबकि वे सभी आचरण या साधनाएँ जैसे मूर्तिपूजा, श्राद्ध, व्रत आदि जो शास्त्रों में नहीं दिए गए हैं वे व्यर्थ हैं और गीता अध्याय 16

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
अनेकों मनमाने और शास्त्रविरुद्ध आचरण बताकर धर्मगुरु स्वयं जो सच्चा सन्त सिद्ध करते हैं जबकि वे सभी आचरण या साधनाएँ जैसे मूर्तिपूजा, श्राद्ध, व्रत आदि जो शास्त्रों में नहीं दिए गए हैं वे व्यर्थ हैं और गीता अध्याय 16
account_circle
Omprakash Dhruw(@ODhruw56009) 's Twitter Profile Photo


अन्य धर्मगुरु मंत्र जाप मनमुखी तरीके से देते हैं। जबकि गीता अध्यय 17 श्लोक 23 के अनुसार ॐ, तत, सत ये तीन मन्त्र हैं पूर्ण परमेश्वर को पाने के लिए जिसका इन नकली धर्मगुरुओं को कोई अंदेशा नहीं

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
अन्य धर्मगुरु  मंत्र जाप मनमुखी तरीके से देते हैं। जबकि गीता अध्यय 17 श्लोक 23 के अनुसार ॐ, तत, सत ये तीन मन्त्र हैं पूर्ण परमेश्वर को पाने के लिए जिसका इन नकली धर्मगुरुओं को कोई अंदेशा नहीं
account_circle
Mahender IND🇮🇳(@Mahende43102748) 's Twitter Profile Photo


'सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर'
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
प्रमाण देखे - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
Kabir is God .

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
 'सर्व शक्तिमान परमेश्वर कबीर'
पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
प्रमाण देखे - ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
Kabir is God .
account_circle
Sobha Dashi(@DashiSobha) 's Twitter Profile Photo


प्रमाण:- गीताप्रैस गोरखपुर से प्रकाशित श्रीमद् देवीभागवत पुराण जिसके सम्पादक हैं श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार चिमन लाल गोस्वामी, तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123
भगवान शंकर, भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु स्वयं को माता दुर्गा से उत्पन्न हुआ बता रहे हैं।

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
प्रमाण:- गीताप्रैस गोरखपुर से प्रकाशित श्रीमद् देवीभागवत पुराण जिसके सम्पादक हैं श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार चिमन लाल गोस्वामी, तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123
भगवान शंकर, भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु स्वयं को माता दुर्गा से उत्पन्न हुआ बता रहे हैं।
account_circle
Sobha Dashi(@DashiSobha) 's Twitter Profile Photo


उत्तर:- चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
उत्तर:- चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj
account_circle
Ajay Banjare(@AjayBanjar9385) 's Twitter Profile Photo

'पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हिन्दू'

हिंदुओं के साथ हुआ धोखा

श्रीमद् देवीभागवत पुराण के अध्याय 5 पृष्ठ 123 में प्रमाण हे कि भगवान शंकर भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु माता दुर्गा से उत्पन्न हुए हैं।

'पवित्र हिन्दू शास्त्र VS हिन्दू'

हिंदुओं के साथ हुआ धोखा

श्रीमद् देवीभागवत पुराण के अध्याय 5 पृष्ठ 123 में प्रमाण हे कि भगवान शंकर भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु माता दुर्गा से उत्पन्न हुए हैं।
#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
#SantRampalJiMaharaj
account_circle
Sobha Dashi(@DashiSobha) 's Twitter Profile Photo


प्रमाण:- गीताप्रैस गोरखपुर से प्रकाशित श्रीमद् देवीभागवत पुराण जिसके सम्पादक हैं श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार चिमन लाल गोस्वामी, तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123
भगवान शंकर, भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु स्वयं को माता दुर्गा से उत्पन्न हुआ बता रहे हैं।

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
प्रमाण:- गीताप्रैस गोरखपुर से प्रकाशित श्रीमद् देवीभागवत पुराण जिसके सम्पादक हैं श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार चिमन लाल गोस्वामी, तीसरा स्कंद, अध्याय 5 पृष्ठ 123
भगवान शंकर, भगवान ब्रह्मा तथा भगवान विष्णु स्वयं को माता दुर्गा से उत्पन्न हुआ बता रहे हैं।
account_circle
Sobha Dashi(@DashiSobha) 's Twitter Profile Photo


उत्तर:- चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
उत्तर:- चारों वेद प्रभुदत्त हैं तथा श्रीमद्भगवत गीता चारों वेदों का संक्षिप्त रूप यानि सारांश है। इसलिए गीता भी प्रभु द्वारा दिया ज्ञान है।
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sant Rampal Ji Maharaj
account_circle
Rohit Tripathi(@RohitTr76193036) 's Twitter Profile Photo


अनेकों मनमाने और शास्त्रविरुद्ध आचरण बताकर धर्मगुरु स्वयं जो सच्चा सन्त सिद्ध करते हैं जबकि वे सभी आचरण या साधनाएँ जैसे मूर्तिपूजा, श्राद्ध, व्रत आदि जो शास्त्रों में नहीं दिए गए हैं वे व्यर्थ हैं और गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में प्रमाण है कि

#पवित्रहिन्दूशास्त्रVSहिन्दू
अनेकों मनमाने और शास्त्रविरुद्ध आचरण बताकर धर्मगुरु स्वयं जो सच्चा सन्त सिद्ध करते हैं जबकि वे सभी आचरण या साधनाएँ जैसे मूर्तिपूजा, श्राद्ध, व्रत आदि जो शास्त्रों में नहीं दिए गए हैं वे व्यर्थ हैं और गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में प्रमाण है कि
account_circle